भारतीय संगीत की अद्वितीय परंपरा शास्त्रीय, सुगम व लोक संगीत को समृद्ध करने वाले आकाशवाणी वाद्यवृंद के कलाकारों ने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय अनेक अवसरों पर सराहनीय प्रस्तुतियां की हैं। इन महान कलाकारों में सर्वश्री रविशंकर, पन्ना लाल घोष, अनिल विश्वास, एमनी शंकर, एस गोपालकृष्णन, टी के जयराम अय्यर आदि शामिल हैं।
इसी कडी में गत 20 सितंबर की शाम सात बजे इंडिया हैबीटैट सैन्टर , दिल्ली के स्टाइन आडिटोरियम में एक वाद्यवृंद संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें केन्द्र के करीब 35 कलाकारों ने विभिन्न वद्ययंत्रों पर रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इस आयोजन में श्री अमरनाथ ने वन्देमातरम , श्रद्धेय चंचल चितवन और श्री नरेन्द्र पाल सिंह टोनी ने स्पंदन वादियों व सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा आदि रचनाओं को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक श्री लीलाधर मंडलोई, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के महानिदेशक श्री सुरेश गोयल सहित अनेक गणमान्य श्रोता, वरिष्ठ संगीतकार और अन्य सुधी श्रोता उपस्थित थे। सबने इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया।
इसी कडी में गत 20 सितंबर की शाम सात बजे इंडिया हैबीटैट सैन्टर , दिल्ली के स्टाइन आडिटोरियम में एक वाद्यवृंद संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें केन्द्र के करीब 35 कलाकारों ने विभिन्न वद्ययंत्रों पर रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इस आयोजन में श्री अमरनाथ ने वन्देमातरम , श्रद्धेय चंचल चितवन और श्री नरेन्द्र पाल सिंह टोनी ने स्पंदन वादियों व सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा आदि रचनाओं को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक श्री लीलाधर मंडलोई, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के महानिदेशक श्री सुरेश गोयल सहित अनेक गणमान्य श्रोता, वरिष्ठ संगीतकार और अन्य सुधी श्रोता उपस्थित थे। सबने इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया।
No comments:
Post a Comment