Tuesday, 29 January 2013
आकाशवाणी दिल्ली के कार्यक्रम "शाम की चाय" में प्रख्यात आलोचक नामवर सिंह
24 जनवरी, 2013 को आयोजित आकाशवाणी दिल्ली के कार्यक्रम "शाम की चाय" श्री नामवर सिंह के साथ
24 जनवरी, 2013 को आयोजित आकाशवाणी दिल्ली के प्रसिद्ध कार्यक्रम श्रंखला 'शाम की चाय' में प्रख्यात आलोचक श्री नामवर सिंह ने अपने पैतृक गाव, अपने जीवन भाषा और शाहित्य के बारे में अपने विचार प्रकट किये । स्टूडियो में उनके साथ बातचीत करने के लिए जानेमाने साहित्यकार प्रो विश्वनाथ त्रिपाठी को आमंत्रित किया गया। आमंत्रित श्रोताओ के समक्ष हुए इस कार्यक्रम को 28 जनवरी रात्रि 9:30 बजे अखिल भारतीय स्तर पर प्रसारित किया गया। श्रताओ में दिल्ली के कई साहित्यकार, कला के क्षेत्र की बड़ी हस्तियाँ, बुदिजिवी और छात्र, छात्रा भी काफी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की कुछ झलकियाँ:
24 जनवरी, 2013 को आयोजित आकाशवाणी दिल्ली के प्रसिद्ध कार्यक्रम श्रंखला 'शाम की चाय' में प्रख्यात आलोचक श्री नामवर सिंह ने अपने पैतृक गाव, अपने जीवन भाषा और शाहित्य के बारे में अपने विचार प्रकट किये । स्टूडियो में उनके साथ बातचीत करने के लिए जानेमाने साहित्यकार प्रो विश्वनाथ त्रिपाठी को आमंत्रित किया गया। आमंत्रित श्रोताओ के समक्ष हुए इस कार्यक्रम को 28 जनवरी रात्रि 9:30 बजे अखिल भारतीय स्तर पर प्रसारित किया गया। श्रताओ में दिल्ली के कई साहित्यकार, कला के क्षेत्र की बड़ी हस्तियाँ, बुदिजिवी और छात्र, छात्रा भी काफी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की कुछ झलकियाँ:
आकाशवाणी दिल्ली द्वारा आयोजित कालजयी पंडित रविशंकर के नाम वाद्य वृन्द की शाम
पंडित रविशंकर के नाम वाद्यवृन्द की शाम
आकाशवाणी वाद्य वृन्द की स्थापना के प्रथम प्रधानमन्त्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की प्रेरणा से सन 1952 में हुई और पंडित रविशंकर जी ने वाद्य वृन्द का संचालन प्रारंभ किया । आकाशवाणी में अपने कार्यकाल के दॊरान पंडित रविशंकर ने अनेक कालजयी रचनाओं का सृजन किया । इसमें महान कलाकारों जैसे सर्व श्री टी के जयरामा अय्यर , पन्ना लाल घोष , अनिल विश्वास , एमनी शंकर शास्त्री , एम वाई कामाशास्त्री और एस गोपालकृष्णा आदि का भी अमूल्य योगदान रहा है।
पंडित रविशंकर को श्रदांजलि स्वरुप उन्ही की कालयजी रचनाओं रंगावली, आदि वसंत, गाव की गोरी की प्रस्तुति आकाशवाणी दिल्ली के वाद्य वृन्द कलाकारों द्वारा श्री एस रास बिहारी दत्ता के निर्देशन में 20 जनवरी 2013 को सायं 7.00 बजे स्टाइन ऑडिटोरियम, इंडिया हैबिटैट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली में की गई। कालयजी पंडित रविशंकर के नाम वाद्य वृन्द की शाम शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम में आकाशवाणी दिल्ली के संगीत सयोंजक श्री सुरेश मिश्रा के निर्देशन में पंडित रविशंकर की सुप्रसिद्ध संगीत रचना "सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा" को आकाशवाणी के गान वृन्द कलाकारों ने प्रस्तुत कर श्रोताओं का मनमोह लिया। प्रस्तुति का प्रमुख आकर्षण था सभी कलाकारों द्वारा देश के
विभिन्न प्रान्तों की वेशभूषा में सज्जित होना।
पंडित रविशंकर को श्रदांजलि देते हुए विदुषी शन्नो खुराना ने कहा की पंडित जी ने कलाकारों की आर्थिक स्थिति लो सुधारने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पंडित जी का मानना था कि कलाकारों को सम्मान तो मिलता है लेकिन उन्हें आर्थिक मदद नहीं मिलती। 1947 में देश के विभाजन के पस्चात भारत में आई विदुषी शन्नो खुराना ने बताया की उस समय देश में शास्त्रीय संगीत को समझने जानने वाले लोग कम ही थे। शास्त्रीय संगीत को जन साधारण में लोकप्रिय बनाने और उसे बड़े मंचो तक पहुचाने में पंडित रविशंकर की भूमिका विशेष रही है। वर्ष 1958 से पंडित रविशंकर के शिष्य रहे पंडित कार्तिक कुमार ने पंडित रविशंकर की विशिस्ट वादन शैली और तकनीक के बारे में श्रोताओं को बताया। पंडित कार्तिक कुमार ने बताया की बाबा अलाउद्दीन खां पंडित रविशंकर का
बहुत सम्मान करते थे और प्यार से उन्हें माखन कहकर बुलाते थे। कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं ने इस शाम का भरपूर आनंद लिया और कलाकारों की प्रस्तुति की सराहना की।आकाशवाणी दिल्ली द्वारा आयोजित 'राष्ट्रीय युवा दिवस'
राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में " संगीत संध्या"
का आयोजन
राष्ट्रीय प्रसारण सेवा, आकाशवाणी दिल्ली द्वारा
प्रसार भारती (भारतीय प्रसारण निगम) के राष्ट्रीय प्रसारण सेवा, आकाशवाणी दिल्ली द्वारा, राष्ट्रीय युवा दिवस 14 जनवरी, के उपलक्ष्य में भारतीय विद्या भवन में सायं पांच बजे एक " संगीत संध्या" का आयोजन किया गया। उसी कार्यक्रम की चित्रमय झाँकी।
आकाशवाणी दिल्ली के स्टूडियो में प्रसिद्ध पाकिस्तानी तबला वादक उस्ताद अब्दुल सत्तार "तारी" की प्रस्तुति
पाकिस्तानी तबला वादक उस्ताद अब्दुल सत्तार "तारी" कÉÒआकाशवाणी स्टूडियो में विशेष प्रस्तुति
पिछले दिनों (11/01/2013) पाकिस्तानी तबला वादक उस्ताद अब्दुल सत्तार "तारी" ने आकाशवाणी के (ब्रोडकास्टिंग हाउस) स्टूडियो नंबर 1 में विशेष प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में आकाशवाणी महानिर्देशक श्री लीलाधर मंडलोई के अलावा कई दूसरे वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद थे।
आकाशवाणी भोपाल द्वारा आयोजित "शिखर संगीत समारोह"
आकाशवाणी भोपाल द्वारा तीन दिवसीय शिखर संगीत समारोह
आकाशवाणी भोपाल द्वारा तीन दिवसीय( 01.01.2013 से 03.01.2013) शिखर संगीत समारोह आयोजित किया गया.
इसमे आमंत्रित कलाकारों ने सरोद और सुरों के जादू के द्वारा समां को पूरी तरह से बाँध लिया. |
इस अवसर के दौरान श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो संगीत संध्या का आन्नद में सराबोर रहे.
इस अवसर के दौरान श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो संगीत संध्या का आन्नद में सराबोर हे. 'शिखर संगीत समारोह' के तीसरे दिन छिड़ी सरोद और सितार की जुगलबंदी. प्रस्तुति पंडित राणाजीत सेनगुप्ता और असीम चौधरी की रही।
आकाशवाणी दिल्ली की 'विज्ञापन प्रसारण सेवा' के वार्षिक (2013) कैलेंडर का विमोचन
आकाशवाणी दिल्ली की 'विज्ञापन प्रसारण सेवा' के वार्षिक (2013) कैलेंडर व डायरी का विमोचन
आकाशवाणी दिल्ली की 'विज्ञापन प्रसारण सेवा' के वार्षिक (2013) कैलेंडर व डायरी का विमोचन करते हुए श्री जवाहर सरकार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रसार भारती व अन्य अधिकारीगण।
आकाशवाणी दिल्ली की 'विज्ञापन प्रसारण सेवा' के वार्षिक (2013) कैलेंडर व डायरी का विमोचन करते हुए श्री जवाहर सरकार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रसार भारती व अन्य अधिकारीगण।
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