ऑल इंडिया रेडियो कोलकाता ने शास्त्रीय गायन के उस्ताद आमिर खान की जन्मशती के अवसर पर शांतिनिकेतन के गीतांजली आडिटोरियम में विगत 23 और 24 फरवरी 2012 को दो दिवसीय संगीत समारोह का आयोजन किया।
पहले दिन का प्रोग्राम पूरी तरह शास्त्रीय संगीत पर केंद्रित था। अतिरिक्त अपर महानिदेशक श्री पी.के.मित्रा ने कलाकारों और अतिथियों का स्वागत किया। ऑल इंडिया रेडियो के महानिदेशक श्री लीलाधर मंडलोई ने इस अवसर पर बोलते हुए भविष्य में संगीत की विरासत को बचाने की योजनाओं की चर्चा की। कार्यक्रम का आरंभ श्री अरशद खान के गायन से हुआ जिनके साथ तबले पर श्री इंद्रानिल भादुडी और हरामोनियम पर श्री हिरण्यमय मित्र ने संगत की। इसके बाद सरोद वादक पंडित तेजेन्द्र नारायण मजुमदार ने सरोद वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में पंडित अजय चक्रवर्ती का गायन हुआ, जिनका साथ तबले पर श्री समर साहा और हारमोनियम पर श्रीमति रूपश्री भट्टाचार्य ने दिया। सभी कलाकारों ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शन से श्रोताओं को बांधे रखा। श्रोताओं में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी और उनकी पत्नी,विश्वभारती के कुलपति और शिक्षक और छात्र थे। श्रोताओं ने समारोह की हृदय से प्रशंसा की।
दूसरे दिन के कार्यक्रम में कलाकारों ने रवीन्द्र संगीत और लोकगीतों को प्रस्तुत किया। समारोह का आरंभ युवा कलाकार प्रियम मुखर्जी के रवीन्द्र संगीत से हुआ जिनका साथ दिया चर्चित कलाकार श्रीमति शिक्षा बोस और श्रीमति सुनीता विश्वास ने। दिन के दूसरे हिस्से में लोकसंगीत और बाउल गीतों की प्रस्तुति की गयी। श्रोताओं ने श्री भकादास बाउल और श्री कार्तिक दास बाउल के गीतों को दिल से सराहा। दोनों दिन सभागार श्रोताओं से भरा रहा।ऑल इंडिया रेडियो कोलकाता के उदघोषकों श्री शशांक घोष और श्रीमति सुचिमित्र गुप्ता ने भी आयोजन को सही परिपेक्ष्य में प्रस्तुत किया।
पहले दिन का प्रोग्राम पूरी तरह शास्त्रीय संगीत पर केंद्रित था। अतिरिक्त अपर महानिदेशक श्री पी.के.मित्रा ने कलाकारों और अतिथियों का स्वागत किया। ऑल इंडिया रेडियो के महानिदेशक श्री लीलाधर मंडलोई ने इस अवसर पर बोलते हुए भविष्य में संगीत की विरासत को बचाने की योजनाओं की चर्चा की। कार्यक्रम का आरंभ श्री अरशद खान के गायन से हुआ जिनके साथ तबले पर श्री इंद्रानिल भादुडी और हरामोनियम पर श्री हिरण्यमय मित्र ने संगत की। इसके बाद सरोद वादक पंडित तेजेन्द्र नारायण मजुमदार ने सरोद वादन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में पंडित अजय चक्रवर्ती का गायन हुआ, जिनका साथ तबले पर श्री समर साहा और हारमोनियम पर श्रीमति रूपश्री भट्टाचार्य ने दिया। सभी कलाकारों ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शन से श्रोताओं को बांधे रखा। श्रोताओं में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्री सोमनाथ चटर्जी और उनकी पत्नी,विश्वभारती के कुलपति और शिक्षक और छात्र थे। श्रोताओं ने समारोह की हृदय से प्रशंसा की।
दूसरे दिन के कार्यक्रम में कलाकारों ने रवीन्द्र संगीत और लोकगीतों को प्रस्तुत किया। समारोह का आरंभ युवा कलाकार प्रियम मुखर्जी के रवीन्द्र संगीत से हुआ जिनका साथ दिया चर्चित कलाकार श्रीमति शिक्षा बोस और श्रीमति सुनीता विश्वास ने। दिन के दूसरे हिस्से में लोकसंगीत और बाउल गीतों की प्रस्तुति की गयी। श्रोताओं ने श्री भकादास बाउल और श्री कार्तिक दास बाउल के गीतों को दिल से सराहा। दोनों दिन सभागार श्रोताओं से भरा रहा।ऑल इंडिया रेडियो कोलकाता के उदघोषकों श्री शशांक घोष और श्रीमति सुचिमित्र गुप्ता ने भी आयोजन को सही परिपेक्ष्य में प्रस्तुत किया।
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