श्रीनगर. यह संदेश जवाहर नगर के मोहम्मद अशरफ के लिए है। अगर वह रेडियो का यह प्रसारण सुन रहे हैं तो कृपया रेडियो कश्मीर से संपर्क करके अपनी कुशलक्षेम के बारे में बताएं। यह संदेश रेडियो कश्मीर पर प्रसारित किया गया। वर्तमान में यह शंकराचार्य हिल पर स्थित अस्थायी प्रसारण केंद्र से प्रसारण कर रहा है। यहां का रेडियो का स्थानीय कार्यालय बाढ़ में डूब गया था। आकाशवाणी के कश्मीर केंद्र पर इस तरह के हजारों संदेश प्रस्तुतकर्ता द्वारा पढ़े जा रहे हैं।
बाढ़ में कश्मीर का सारा संचार नेटवर्क, मोबाइल और लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शन इत्यादि ठप पड़ गए हैं। रेडियो कश्मीर ने यहां चार सितंबर से संदेश प्रसारित करने शुरू किए हैं। बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए उसने एक विशेष टेलीफोन लाइन और ईमेल पते से लोगों के संदेश प्राप्त करने शुरू किए हैं। रेडियो कश्मीर के एक अधिकारी ने बताया कि रोजाना लगभग भिन्न भिन्न तरह के 2000 ईमेल उन्हें मिल रहे हैं।
खाए हुए लोगों के संदेश मिल रहे हैं
आकाशवाणी र्शीनगर के सैयद हुमायूं कैसर ने कहा, हमें मदद चाहने वाले, खोए हुए लोगों के संदेश मिल रहे हैं। यहां तक कि हमें नदियों में और गांवों में जलस्तर बढ़ने के बारे में भी संदेश प्राप्त हो रहे हैं। इस आशा में कि जरूरतमंदों को मदद मिल सके हम इसे समय समय पर प्रसारित कर रहे हैं। कैसर ने बताया कि रेडियो कश्मीर के कई कर्मचारी खुद बाढ़ से प्रभावित हुए हैं फिर भी वे अपने कर्तव्य को तवज्जो दे रहे हैं।
साभार: http://www.haribhoomi.com/news/14639-story.html#ad-image-2
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