2014-09-23 PM 09:48:44
बाढ़ की विभीषिका झेलने के बाद जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिशों में जुटे जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आकाशवाणी अपने केंद्रों के माध्यम से निरंतर मदद मुहैया करा रहा है। राज्य में हाल में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण कश्मीर घाटी का संपर्क देश और दुनिया के बाकी इलाकों से टूट गया था और साथ ही श्रीनगर में रेडियो कश्मीर का प्रसारण भी प्रभावित हुआ था।
आकाशवाणी ने युद्धस्तर पर काम करते हुए शंकराचार्य पहाडिय़ों पर एक अस्थायी केंद्र से एफएम 102.6 मेगाहट्र्ज का प्रसारण शुरू किया। साथ ही 1116 किलाहट्र्ज पर मीडियम वेव सेवा नरबल में एक अस्थायी केंद्र से बहाल की गई। इन दो प्रसारणों के बहाल होने के बाद आकाशवाणी के अधिकारियों ने इसे घाटी में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। आकाशवाणी के महानिदेशक ने बराबर काम की प्रगति पर नजर बनाए रखी।
राज्य में आकाशवाणी के केंद्रों ने राहत बचाव एवं पुनर्वास कार्यों के बारे में लगातार जनता को जानकारी दी। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी बार-बार प्रसारित किए गए। एफएम और मीडियम वेव सेवा के बहाल होने के साथ ही बाढ़ में फंसे कई लोगों ने मदद के लिए संदेश भेजे और साथ ही आकाशवाणी की इस पहल की खुले दिल से प्रशंसा की। बाढ़ से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए नियमित कार्यक्रमों के अलावा कई विशेष कार्यक्रम भी प्रसारित किए गए। सभी वर्गों के लोगों ने इन कार्यक्रमों की प्रशंसा की। सूबे के मुख्यमंत्री और विभिन्न विभागों के कई शीर्ष अधिकारियों ने एफएम स्टेशन पहुंचकर लोगों को संदेश दिए। रेडियो कश्मीर के कर्मचारियों ने बाढ़ प्रभावित लोगों के मनोबल को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया।
Source and Credit:http://www.punjabkesari.in/news/article-287940
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